केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार, 10 दिसंबर, 2025 को लोकसभा में चुनावी सुधारों पर हुई चर्चा के दौरान विपक्ष पर तीखा हमला बोला। शाह ने दो टूक कहा कि विपक्ष की लगातार चुनावी हार का कारण कोई EVM या मतदाता सूची नहीं है, बल्कि हर चुनाव इसलिए हारता है क्योंकि वह सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक, धारा 370 हटाना, राम मंदिर निर्माण, घुसपैठिए हटाना, CAA, तीन तलाक और 'वन नेशन वन इलेक्शन' जैसे राष्ट्रहित के हर बड़े फैसले का विरोध करता है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा लगातार लगाए जा रहे 'वोट चोरी' और मतदाता सूची में गड़बड़ी के आरोपों पर अमित शाह ने विपक्ष को 'दोहरे मापदंड' अपनाने वाला करार दिया। उन्होंने कहा कि जब विपक्ष जीतता है तो चुनाव आयोग महान हो जाता है और मतदाता सूची अच्छी होती है, लेकिन हारते ही आयोग पर आरोप लगाने लगते हैं। शाह ने साफ किया कि हारने का कारण वह एंटी-इन्कंबेंसी होती है, जो जनहित के विरुद्ध काम करने वालों को झेलनी पड़ती है, न कि कोई मतदाता सूची।
गृह मंत्री ने मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण (Systematic Improvement of Records - SIR) को एक आवश्यक संवैधानिक प्रक्रिया बताया और कहा कि विपक्ष इस पर 'एकतरफा झूठ' फैला रहा है। उन्होंने संविधान के अनुच्छेद 324 से 326 का हवाला देते हुए बताया कि मतदाता सूची बनाना और उसमें सुधार करना चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है। यह पुनरीक्षण इसलिए जरूरी है ताकि मृत्यु हुए लोगों के नाम हटें, 18 वर्ष के युवाओं के नाम जुड़ें, और सबसे महत्वपूर्ण, विदेशी नागरिकों और घुसपैठियों के नाम चुन-चुन कर डिलीट हों।
अवैध घुसपैठियों के मुद्दे पर अमित शाह का रुख एकदम सख्त रहा। उन्होंने साफ कहा कि अगर देश का प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री कौन बनेगा, यह घुसपैठिए तय करेंगे, तो देश का लोकतंत्र सुरक्षित नहीं रह सकता। उन्होंने विपक्ष पर घुसपैठियों को 'नॉर्मलाइज' और 'फॉर्मलाइज' करने की नीति अपनाने का आरोप लगाया। गृह मंत्री ने चेतावनी दी कि "विपक्ष 200 बार भी सदन का बहिष्कार करेगा, फिर भी हमारी नीति है: डिटेक्ट, डिलीट और डिपोर्ट करना। हम एक भी अवैध घुसपैठिए को देश में वोट नहीं डालने देंगे।"
EVM पर बार-बार सवाल उठाने के लिए शाह ने विपक्ष की आलोचना की। उन्होंने याद दिलाया कि EVM कानूनी बदलाव के साथ तब लाया गया था, जब मुख्य विपक्षी पार्टी के नेता देश के प्रधानमंत्री थे। उन्होंने कहा कि देश में EVM से हुए पहले दो चुनाव 2004 और 2009 भी विपक्ष ने ही जीते थे, लेकिन हारने के बाद अब वे EVM को गलत ठहरा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि VVPAT के साथ अब तक 16 हजार से अधिक EVM का मिलान हो चुका है, जिसमें एक भी वोट का बदलाव नहीं पाया गया है।
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2001 से बिना छुट्टी लिए लगातार जनता के लिए काम कर रहे हैं और आजादी के बाद सबसे अधिक प्रवास करने वाले प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने विपक्ष को घेरा कि EVM पर सवाल उठाने वाली मुख्य विपक्षी पार्टी ने पिछले 11 वर्षों में चुनाव सुधारों पर ECI को एक भी सुझाव नहीं दिया है।
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