प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-Kisan Samman Nidhi) की अगली किस्त 2 अगस्त को जारी की जाएगी। किसान सम्मान निधि योजना के तहत देश के करीब 9.3 करोड़ किसानों को 20वीं किस्त सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी। इस किस्त की राशि 2,000 रुपये होगी। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन उत्तर प्रदेश के वाराणसी में होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देशभर के किसानों के खातों में सीधे यह धनराशि भेजेंगे।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना क्या है?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत 2019 में हुई थी। इसका उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है ताकि वे खेती संबंधी खर्चों को पूरा कर सकें। योजना के अंतर्गत पात्र किसानों को प्रति वर्ष कुल 6,000 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है, जो 3 समान किस्तों (प्रति किस्त 2,000 रुपये) में हर चार महीने पर सीधे किसानों के आधार से लिंक्ड बैंक खातों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से भेजी जाती है। अब तक इस योजना के माध्यम से 19 किस्तें किसानों को मिल चुकी हैं, और 2 अगस्त को 20वीं किस्त जारी की जाएगी।
20वीं किस्त के तहत लाभार्थी और राशि
-लगभग 9.3 करोड़ किसानों को 2,000 रुपये की राशि सीधे उनके खातों में मिलेगी।
-इस किस्त के लिए किसानों का ई-केवाईसी और भूमि सत्यापन आवश्यक है।
-लाभार्थी किसानों के खातों में कुल 20,500 करोड़ रुपये का ट्रांसफर किया जाएगा।
पात्रता नियम
योजना के तहत वे किसान पात्र होते हैं जिनके पास 2 हेक्टेयर तक की कृषि भूमि है। पात्र किसानों की श्रेणी से निम्नलिखित को बाहर रखा गया है:
-पूर्व या वर्तमान संवैधानिक पदाधिकारी।
-पूर्व या वर्तमान मंत्री, सांसद, विधायक, मेयर एवं जिला पंचायत अध्यक्ष।
-सरकारी अधिकारी और कर्मचारी (समूह ‘घ’ या चौथे श्रेणी कर्मचारियों को छोड़कर)।
-मासिक पेंशन ₹10,000 से अधिक पाने वाले (विशेष अपवादों के साथ)।
-पेशेवर डॉक्टर, इंजीनियर, अधिवक्ता आदि।
-आयकरदाता वर्ग के किसान।
-परिवार में एक से अधिक सदस्य इस योजना का लाभ प्राप्त कर रहे हों।
इस प्रकार, योजना छोटे और सीमांत किसानों पर केंद्रित है जिनका आयकर में नामांकन नहीं है।
तैयारी और संचालन
कृषि एवं किसान मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस किस्त को लेकर 30 जुलाई को एक उच्च स्तरीय बैठक कर योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों, कृषि विज्ञान केंद्रों, नेतृत्वों को निर्देश दिए हैं कि वे इस योजना को एक देशव्यापी अभियान के रूप में चलाएं और किसानों तक लाभ और योजना की जानकारी पंहुचाएं। बैठक के दौरान बताया गया कि यह योजना किसानों तक सीधे लाभ पहुंचाने और जन जागरूकता बढ़ाने के लिए एक मिशन और उत्सव के रूप में आयोजित होगी।
किसानों के लिए सुझाव
-किसान अपनी पात्रता सुनिश्चित करें और समय पर ई-केवाईसी तथा भूमि सत्यापन प्रक्रिया पूरी करें, ताकि लाभ लगातार मिलता रहे।
-किसानों को सलाह दी जाती है कि वे 2 अगस्त को वाराणसी में आयोजित कार्यक्रम से जुड़ें और इस अवसर का लाभ उठाएं।
-बैंक, कृषि सखी, ड्रोन दीदी, ग्राम पंचायत स्तर पर सरपंच आदि के माध्यम से भी इस योजना की जानकारी किसानों तक पहुंचाई जाएगी।
यह योजना भारत में खेती को सशक्त बनाने और किसानों की आय बढ़ाने की एक प्रभावशाली सरकारी पहल है, जो वित्तीय सहायता को सीधे लाभार्थियों के खाते में पहुंचाने की विश्व की सबसे बड़ी DBT योजनाओं में से एक है।
वर्ष 2019 से शुरू हुई योजना के तहत अब-तक जारी 19 किस्तों में किसानों के खातों में 3.69 लाख करोड़ की राशि हस्तांतरित की जा चुकी है। 20वीं किस्त में 9.7 करोड़ किसानों को करीब 20,500 करोड़ की राशि का हस्तांतरण किया जाएगा।
सोर्स पीआईबी
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