नवरात्रि की शुरुआत हर साल नया जोश और नई ऊर्जा लेकर आती है। लेकिन इस बार त्योहारों के इस पावन मौके पर देश को एक और बड़ी सौगात मिली है – GST बचत उत्सव! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 सितंबर को राष्ट्र को संबोधित करते हुए बताया कि 22 सितंबर से Next Generation GST Reforms लागू हो गए हैं, जो हर आम आदमी की जेब के लिए राहत लेकर आए हैं।
GST में बदलाव – अब महंगाई नहीं डराएगी!
अब देश में सिर्फ दो मुख्य टैक्स स्लैब रहेंगे – 5% और 18%। इसका मतलब ये कि रोजमर्रा की ज्यादातर चीजें अब सस्ती हो जाएंगी। प्रधानमंत्री ने बताया कि:
-खाने-पीने का सामान, दवाइयाँ, साबुन, टूथपेस्ट, बीमा जैसी जरूरी चीजें या तो टैक्स-फ्री होंगी या सिर्फ 5% टैक्स लगेगा।
-जो चीजें पहले 12% टैक्स स्लैब में आती थीं, उनमें से 99% चीजें अब 5% टैक्स के दायरे में आ गई हैं।
यानी अब घर का बजट थोड़ा और हल्का महसूस होगा!
मिडिल क्लास के लिए डबल तोहफा
इस साल सरकार पहले ही 12 लाख रुपये तक की सालाना इनकम को इनकम टैक्स से छूट दे चुकी है। अब GST में राहत मिलने के बाद आम आदमी को डबल फायदा मिलेगा।
घर बनाना हो, टीवी-फ्रिज खरीदना हो, बाइक या कार लेनी हो या घूमने-फिरने की प्लानिंग — अब सब कुछ जेब पर हल्का पड़ेगा। होटल बुकिंग भी अब सस्ती हो जाएगी क्योंकि वहां भी GST घटा दिया गया है।
MSMEs और कुटीर उद्योगों को भी मिलेगा बूस्ट
प्रधानमंत्री ने देश के लघु, सूक्ष्म और कुटीर उद्योगों (MSMEs) से कहा है कि ये समय उनके लिए “डबल बेनिफिट” वाला है:
-बिक्री बढ़ेगी क्योंकि चीजें सस्ती होंगी।
-टैक्स का बोझ कम होगा।
-प्रक्रियाएं आसान होंगी, जिससे व्यापार करना और सरल होगा।
उन्होंने कहा कि अब भारत को एक बार फिर उस मुकाम तक पहुंचाना है जहां दुनिया "मेड इन इंडिया" को गुणवत्ता की गारंटी माने।
अब हर घर और दुकान बनेगा स्वदेशी का प्रतीक
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने एक और महत्वपूर्ण बात कही — स्वदेशी अपनाने की अपील। उन्होंने कहा कि आज हमारी रोजमर्रा की चीजों में कई विदेशी सामान शामिल हैं, जिनका हमें अंदाजा भी नहीं होता। अब समय है कि हम सोच-समझकर मेड इन इंडिया सामान खरीदें, इस्तेमाल करें और गर्व से कहें- "मैं स्वदेशी खरीदता हूं, मैं स्वदेशी बेचता हूं!"
राज्य सरकारों से भी आग्रह
प्रधानमंत्री ने सभी राज्यों से आह्वान किया कि वे आत्मनिर्भर भारत और स्वदेशी भारत के अभियान में पूरी ताकत से शामिल हों। उन्होंने कहा कि जब केंद्र और राज्य मिलकर काम करेंगे, तभी विकसित भारत का सपना पूरा होगा।
ये सिर्फ टैक्स रिफॉर्म नहीं, एक बचत उत्सव है!
प्रधानमंत्री ने कहा कि इनकम टैक्स और GST की छूट मिलाकर, देश के लोगों को सालाना 2.5 लाख करोड़ रुपये की बचत होगी। यही वजह है कि इसे सिर्फ एक रिफॉर्म नहीं, बल्कि "बचत उत्सव" कहा गया है।
इस नवरात्रि पर, सिर्फ देवी की उपासना ही नहीं, बल्कि अपने देश, अपने उद्योग, अपने उत्पादों को भी अपनाने का समय है। GST बचत उत्सव न सिर्फ जेब के लिए राहत है, बल्कि ये एक नई आर्थिक सोच का प्रतीक भी है, जो देश को आत्मनिर्भरता और विकास की ओर ले जाएगी।
तो चलिए, इस त्योहार पर एक संकल्प लें- स्वदेशी अपनाएं, देश को बढ़ाएं! और इस बचत उत्सव का भरपूर लाभ उठाएं।
क्या आप भी GST में बदलाव से खुश हैं? नीचे कमेंट में अपनी राय जरूर बताएं!
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