प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2 अगस्त को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा करेंगे और इस दौरान करीब 2200 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन करेंगे। इन परियोजनाओं का संबंध बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यटन, शहरी विकास, बिजली, सांस्कृतिक धरोहर और किसानों की समृद्धि से है।
इस मौके पर प्रधानमंत्री वाराणसी के लोगों को संबोधित भी करेंगे और साथ ही, देशभर के 9.7 करोड़ किसानों को 20,500 करोड़ रुपये से अधिक की 20वीं पीएम-किसान किस्त जारी करेंगे। इसके साथ ही पीएम-किसान योजना के तहत अब तक कुल 3.90 लाख करोड़ रुपये से अधिक राशि वितरित की जा चुकी है।
प्रमुख घोषणाएं और परियोजनाएं:
✅ बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी
-वाराणसी-भदोही और छितौनी-शूल टंकेश्वर मार्ग का चौड़ीकरण।
-हरदत्तपुर में रेलवे ओवरब्रिज का उद्घाटन।
-कई ग्रामीण और शहरी गलियारों में सड़क चौड़ीकरण।
-रेलवे ओवरब्रिज और फ्लाईओवर के निर्माण कार्यों की शुरुआत।
✅ बिजली और शहरी सुविधाएं
-880 करोड़ रुपये की लागत से विद्युत अवसंरचना को भूमिगत करने की परियोजना।
-स्मार्ट वितरण परियोजना के तहत कार्यों की आधारशिला।
✅ पर्यटन और सांस्कृतिक धरोहर
-गंगा घाटों का पुनर्विकास, तालाबों और मंदिरों का सौंदर्यीकरण।
-मुंशी प्रेमचंद के लमही स्थित घर का संग्रहालय में रूपांतरण।
-कर्दमेश्वर मंदिर और स्वतंत्रता सेनानियों की जन्मस्थली का जीर्णोद्धार।
✅ शिक्षा क्षेत्र में विकास
-53 नगर पालिका स्कूलों का उन्नयन।
-जिला पुस्तकालय और सरकारी उच्च विद्यालयों का विकास।
✅ स्वास्थ्य और पशु देखभाल
-महामना कैंसर केंद्र और होमी भाभा कैंसर अस्पताल में अत्याधुनिक तकनीकों की शुरुआत।
-होम्योपैथिक कॉलेज और पशु जन्म नियंत्रण केंद्र का शिलान्यास।
✅ खेल और सुरक्षा ढांचा
-डॉ. भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में सिंथेटिक हॉकी टर्फ का उद्घाटन।
-पीएसी रामनगर में बहुउद्देशीय हॉल और क्यूआरटी बैरक की आधारशिला।
✅ जल जीवन मिशन और पारंपरिक जल स्रोत संरक्षण
-47 ग्रामीण पेयजल योजनाओं का उद्घाटन।
-रामकुंड, मंदाकिनी जैसे कुंडों का शुद्धिकरण और रखरखाव।
✅ समाज कल्याण और डिजिटल पहल
-7,400 से अधिक दिव्यांग और वृद्धजनों को सहायक उपकरणों का वितरण।
-काशी संसद प्रतियोगिता के पोर्टल का उद्घाटन।
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा वाराणसी के सर्वांगीण विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है। ये परियोजनाएं न केवल काशी को एक आधुनिक शहर की पहचान दिलाएंगी, बल्कि उसकी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक आत्मा को भी संरक्षित रखेंगी।
No comments:
Post a Comment